
UP News: यूपी के बेसिक शिक्षकों के लिए खुशखबरी: ऑनलाइन आवेदन से मिलेगी मनचाही पोस्टिंग, जानिए पूरी प्रक्रिया और तारीखें
UP News: उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत हजारों शिक्षकों के लिए एक राहत भरी और लंबे समय से प्रतीक्षित खबर सामने आई है। अब शिक्षकों को अपने मनपसंद स्कूल में तबादले (Transfer) का अवसर मिलने जा रहा है। बेसिक शिक्षा परिषद ने अन्तरजनपदीय तबादला प्रक्रिया के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। शिक्षक 9 जून से 12 जून तक ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे, जिससे उन्हें अपनी पसंद के स्कूल में पोस्टिंग पाने का मौका मिलेगा।
शिक्षकों को मिलेगा विकल्प चुनने का मौका
इस बार की तबादला प्रक्रिया में खास बात यह है कि शिक्षकों को यह जानकारी पहले से ही मिल सकेगी कि किस स्कूल में शिक्षक की जरूरत है और किस स्कूल में पहले से अधिक शिक्षक कार्यरत हैं। इससे आवेदन करने वाले शिक्षकों को यह आकलन करने में आसानी होगी कि किस विद्यालय में स्थानांतरण की संभावना अधिक है। इससे अधिक से अधिक शिक्षक इस प्रक्रिया में भाग ले सकेंगे।
स्कूलों की सूची 6 जून से होगी जारी
बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव सुरेंद्र तिवारी ने बताया कि 6 जून से 7 जून के बीच सभी जिलों में संबंधित अधिकारी उन स्कूलों की सूची जारी करेंगे, जहां शिक्षक की जरूरत है या जहां पर शिक्षक संख्या अधिक है। यह सूची पूरी पारदर्शिता के साथ जारी की जाएगी ताकि शिक्षकों को स्पष्ट जानकारी मिल सके।
9 जून से 12 जून तक करें ऑनलाइन आवेदन
सचिव तिवारी ने जानकारी दी कि अंतरजनपदीय तबादले के इच्छुक बेसिक शिक्षक 9 जून से 12 जून तक ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। इसके बाद 13 जून को आवेदन पत्र का प्रिंट आउट संबंधित बीएसए (जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी) कार्यालय में जमा करना अनिवार्य होगा।
16 जून को जारी होगी अंतिम तबादला सूची
आवेदन प्रक्रिया पूरी होने के बाद बेसिक शिक्षा परिषद 16 जून को तबादला सूची जारी करेगा। इसमें उन शिक्षकों के नाम होंगे जिन्हें उनके द्वारा वांछित विद्यालयों में स्थानांतरण दिया जाएगा। इस प्रक्रिया में किसी भी शिक्षक की सेवा अवधि को बाधा नहीं माना गया है, यानी सभी शिक्षक आवेदन कर सकते हैं, चाहे उन्होंने कितने भी वर्ष की सेवा की हो।
सुरेंद्र तिवारी ने बताया कि परिषद द्वारा तैयार की जा रही सूची में प्रत्येक विद्यालय में शिक्षकों की आवश्यकता और वहाँ पहले से कार्यरत शिक्षकों की संख्या का विवरण रहेगा। इसके आधार पर शिक्षकों का स्थानांतरण किया जाएगा, जिससे जरूरतमंद स्कूलों को शिक्षक मिल सकें और जहां अधिक शिक्षक हैं, वहां संतुलन बनाया जा सके।