
UP News: हापुड़-मेरठ रोड पर अफीम की तस्करी का बड़ा खुलासा, दो शातिर तस्कर रंगे हाथ गिरफ्तार
UP News: नशे के काले कारोबार पर मेरठ एसटीएफ ने एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए अफीम की तस्करी करने वाले अंतरराष्ट्रीय गिरोह के दो सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई हापुड़-मेरठ रोड पर थाना खरखौदा क्षेत्र के पास की गई, जहाँ पहले से लगाए गए पुलिस जाल में आरोपियों को रंगे हाथों धर दबोचा गया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 4.420 किलोग्राम अफीम, तीन मोबाइल फोन, नकदी और एक कार बरामद की है।
गिरफ्तार किए गए दोनों तस्करों की पहचान अमरोहा जनपद निवासी हंसराज और फिरासत अली के रूप में हुई है। दोनों पर पहले से भी आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने के आरोप हैं। फिरासत अली पहले भी एक बार 1.5 किलो अफीम के साथ पकड़ा जा चुका है और जेल की सजा काट चुका है।
गुप्त सूचना पर रची गई कार्रवाई की रणनीति
एसटीएफ फील्ड यूनिट मेरठ को लंबे समय से इनपुट मिल रहे थे कि झारखंड से बड़ी मात्रा में अफीम पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों में लाई जा रही है। इन सूचनाओं को ध्यान में रखते हुए एसटीएफ ने एएसपी बृजेश सिंह के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की और जाल बिछाया। सोमवार को जैसे ही संदिग्ध कार पाँची पुल के पास पहुंची, टीम ने उसे चारों ओर से घेरकर रोक लिया। कार की तलाशी के दौरान भारी मात्रा में अफीम मिलने से अधिकारी भी हैरान रह गए।
जेल में बना गठजोड़, बाहर निकले तो शुरू कर दिया गोरखधंधा
पूछताछ के दौरान चौंकाने वाली जानकारी सामने आई। हंसराज ने बताया कि वह वर्ष 2021 से झारखंड से अफीम लाकर पश्चिमी यूपी में सप्लाई कर रहा है। वहीं फिरासत अली ने स्वीकार किया कि जेल में उसकी हंसराज से मुलाकात हुई थी और वहीं दोनों ने मिलकर अफीम के अवैध धंधे को बड़े स्तर पर अंजाम देने की योजना बनाई थी।
अफीम की खेप थी दिल्ली-एनसीआर और यूपी के कई जिलों के लिए
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, जब्त की गई अफीम मेरठ, हापुड़, गाज़ियाबाद, बागपत और दिल्ली-एनसीआर में सप्लाई की जानी थी। एसटीएफ की इस कार्रवाई ने न केवल एक बड़ी खेप को पकड़ा, बल्कि गिरोह की सप्लाई चेन को भी गंभीर नुकसान पहुंचाया है।
गिरफ्तारियों से गिरोह की कमर टूटी, जांच में जुटी एसटीएफ
फिलहाल आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत थाना खरखौदा में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। एसटीएफ अब इस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में सक्रिय हो गई है। सूत्रों के अनुसार, इस नेटवर्क में और भी कई लोग शामिल हो सकते हैं, जिनकी पहचान जल्द ही की जा सकती है।