
IndiGo Flights: पूरा पैसा रिफंड करें IndiGo! एयरलाइन की मनमानी पर सरकार का एक्शन, सभी रद्द फ्लाइटों का यात्रियों को मिलेगा रिफंड , जानिए कब-कैसे
IndiGo Flights: देशभर में इंडिगो (IndiGo) फ्लाइट संकट से जूझ रहे हजारों यात्रियों के लिए अंततः एक बड़ी और निर्णायक राहत की खबर आई है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने सख्ती दिखाते हुए एयरलाइन को आदेश दिया है कि 5 दिसंबर से 15 दिसंबर 2025 के बीच रद्द हुई सभी उड़ानों का पूरा रिफंड यात्रियों के खाते में तत्काल और स्वतः लौटाया जाए। (IndiGo Flights) इस बड़े ऐलान के बाद यात्रियों को अब रिफंड पाने के लिए अलग से आवेदन या लंबी रिक्वेस्ट प्रक्रिया से नहीं गुजरना पड़ेगा। (IndiGo Flights) दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु जैसे बड़े हवाई अड्डों पर हजारों यात्रियों के फंसे रहने, लंबी कतारों और यात्रा योजनाओं के ध्वस्त होने के बाद सरकार का यह कदम ‘डबल पनिशमेंट’ झेल रहे यात्रियों के लिए बड़ी राहत लेकर आया है।
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IndiGo Flights: रिफंड मिलेगा, करना होगा थोड़ा इंतजार
इंडिगो एयरलाइन ने मंत्रालय के आदेश के बाद यह स्पष्ट किया है कि जिन भी यात्रियों की उड़ानें 5 से 15 दिसंबर के बीच रद्द हुई हैं, उन्हें रिफंड पाने के लिए कुछ भी करने की जरूरत नहीं है। किसे मिलेगा रिफंड: 5 दिसंबर से 15 दिसंबर 2025 के बीच रद्द हुई सभी घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों के यात्री। कैसे मिलेगा रिफंड: यात्रियों के उसी खाते में पैसे वापस भेजे जाएंगे, जिसका उपयोग टिकट बुकिंग के दौरान किया गया था। कब तक मिलेगा: यह प्रक्रिया अगले कुछ दिनों में शुरू होकर तय समय सीमा के भीतर पूरी की जाएगी। Also Read –Arshi Khan Marriage: बिग बॉस फेम अर्शी खान करने जा रही हैं इस क्रिकेटर से शादी, जाने कौन हैं उनके पति यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे अपने बैंक खाते और ईमेल नोटिफिकेशन की जांच करते रहें।इंडिगो संकट की मुख्य वजहें
इंडिगो का यह संकट पिछले कई दिनों से जारी है, जिसके कारण एयरलाइन को भारी आलोचना का सामना करना पड़ा है। (IndiGo Flights) इंडिगो संकट की मुख्य वजहें इस प्रकार बताई जा रही हैं: क्षमता का चरम: देश की सबसे बड़ी एयरलाइन होने के कारण इंडिगो अपनी क्षमता के चरम पर काम कर रही थी। तकनीकी और स्टाफ की कमी: कई रिपोर्ट्स में तकनीकी खराबी, अचानक स्टाफ की कमी और खराब मौसम को भी जिम्मेदार बताया गया है। ओवरबुकिंग: मांग को पूरा करने के लिए कई रूट पर क्षमता से अधिक बुकिंग करना भी संकट का एक कारण बना। यह समस्या अब केवल इंडिगो तक सीमित नहीं है, बल्कि देश के नागरिक उड्डयन क्षेत्र में लगातार उड़ानों का रद्द होना एक आम समस्या बनती जा रही है, जिस पर सरकार को ध्यान देने की जरूरत है।फंसे यात्रियों के लिए वैकल्पिक मार्ग
हजारों यात्री, जिनकी उड़ानें रद्द हुई थीं, उन्हें तत्काल यात्रा पूरी करने के लिए अन्य विकल्पों की ओर रुख करना पड़ा है: अन्य एयरलाइंस: महंगे किराए के बावजूद, कई यात्रियों ने अन्य एयरलाइंस जैसे एयर इंडिया या स्पाइसजेट में तत्काल टिकट बुक किए। ट्रेनें: लंबी दूरी की ट्रेनों में आरक्षण लगभग फुल होने के बावजूद, तत्काल कोटे और प्रीमियम ट्रेनों में बुकिंग बढ़ी। बसें: दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु से छोटे शहरों के लिए इंटरसिटी बसों की मांग में भी भारी उछाल देखा गया है। यात्रियों को सलाह है कि वे वैकल्पिक एयरलाइंस की बुकिंग से पहले भी उनकी उड़ानों की स्थिति जरूर जांच लें। (IndiGo Flights) मंत्रालय के इस आदेश के बाद अब यात्रियों को यह भरोसा मिला है कि उनका पैसा कहीं नहीं फंसा है। CATEGORIES राष्ट्रीय
