
Hardoi News: जस्ट डायल पर फर्जी अकाउंट बनाकर धोखाधड़ी करने वाले दो अंतर्जनपदीय ठगों को साइबर क्राइम पुलिस ने किया गिरफ्तार
Hardoi News: हरदोई साइबर क्राइम पुलिस द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फर्जी बिजनेस अकाउंट बनाकर धोखाधड़ी करने वाले दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। पुलिस द्वारा उनके पास से मोबाइल फोन सिम कार्ड डेबिट कार्ड समेत अन्य सामग्रियों को भी जप्त किया है। (Hardoi News) पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों पर आवश्यक विधिक कार्यवाही कर जेल भेज दिया है। हरदोई में साइबर क्राइम थाना खुलने के बाद लगातार साइबर क्राइम पुलिस फ्रॉड व धोखाधड़ी करने वालो पर लगाम लगाने का काम कर रही है।
पुलिस द्वारा अब तक कई मामलों में बड़ी सफलता भी हासिल की है, साथ ही लोगों के साथ धोखाधड़ी कर उनके खाते से पैसे निकालने के मामले में भी कई लोगों के रुपए वापस कराने का भी काम किया है। (Hardoi News) साइबर क्राइम पुलिस लगातार सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर नजर बनाए हुए हैं। संदिग्ध गतिविधियों में संलिप्त यूजर्स को ट्रैक कर उन पर कार्रवाई भी कर रही है।
Hardoi News: एक दिल्ली रजिस्ट्रेशन की कार भी जप्त
साइबर क्राइम पुलिस द्वारा साइबर धोखाधड़ी में संलिप्त अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए चलाए जा रहे अभियान के अंतर्गत 10 जुलाई को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फर्जी बिजनेस अकाउंट बनाकर आम जनमानस को सामान बेचने ट्रांसपोर्ट सुविधा उपलब्ध कराने का झूठा प्रलोभन देकर धोखाधड़ी करने वाले सनी पुत्र स्वर्गीय सर्वेश निवासी ग्राम राजेपुरी राठौड़ी थाना राजेपुर जनपद फर्रुखाबाद संदीप कुमार पुत्र बालक राम निवासी ग्राम बिरासिन थाना निगोही जनपद शाहजहांपुर को साइबर धोखाधड़ी करने के मामले में गिरफ्तार किया है। पुलिस द्वारा उनके पास से छह मोबाइल फोन 10 अदद सिम कार्ड एक अदद डेबिट कार्ड एक अदद चेक एक अदद आधार कार्ड एक अदद पैन कार्ड एक अदद ड्राइविंग लाइसेंस एक अदद वाहन पंजीकरण कार्ड एक अदद कार दिल्ली रजिस्ट्रेशन को जप्त किया है।
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पुलिस द्वारा अभियुक्तों से पूछताछ में बताया गया कि वह अपने अन्य साथियों के साथ मिलकर जस्ट डायल वेबसाइट पर अपने मोबाइल नंबर आधार कार्ड के माध्यम से फर्जी ट्रांसपोर्ट कंपनी गला व्यापार आदि से संबंधित बिजनेस अकाउंट बनाया गया था। (Hardoi News) इन फर्जी बिजनेस अकाउंट पर जो भी खोजकर्ता आते थे उन सभी खोजकर्ताओं को अन्य फर्जी मोबाइल नंबर से फोन कर ट्रांसपोर्ट के माध्यम से सामान भेजना एवं फर्जी बिल बनाकर कुल भुगतान का 40% एडवांस मांग कर विभिन्न खातों में रुपए डलवाकर साइबर धोखाधड़ी की घटना को अंजाम देते थे।