
Lucknow News: RBI लखनऊ में 24 नकली नोट मिलने से मचा हड़कंप! महानगर थाने में दर्ज हुई FIR, जांच में जुटी पुलिस
Lucknow News: राजधसनी लखनऊ स्थित भारतीय रिजर्व बैंक यानी RBI में जांच के दौरान जाली करेंसी मिलने से हड़कंप मच गया। (Lucknow News) मिली जानकारी के अनुसार, RBI की टीम ने जुलाई 2025 में बैंकों के करेंसी चेस्ट और पब्लिक एक्सचेंज काउंटर से आए नोटों की जांच की, जिनमें कुल 24 नकली नोट बरामद हुए। जांच में जाली नोट मिलने के बाद RBI से जुड़े अधिकारियों ने महानगर थाने में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया है। शुरुआती रिपोर्ट में इस बात के संकेत मिले हैं कि नकली नोट अलग अलग बैंकों के जरिए सिस्टम में पहुंचे। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि इन नोटों की आपूर्ति कहां से हुई और क्या इसके पीछे कोई संगठित गिरोह सक्रिय है।
Also Read – Salman Khan ने छोड़ा इस्लाम, गणेश जी की पूजा का वीडियो देख नेटिजन्स ने कहा
पब्लिक एक्सचेंज काउंटर से प्राप्त नोटों की जांच के दौरान मिले नकली नोट
भारतीय रिजर्व बैंक से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक, जुलाई 2025 में RBI की टीम ने करेंसी चेस्ट और पब्लिक एक्सचेंज काउंटर से प्राप्त हुए नोटों की जांच की। (Lucknow News) इस जांच के दौरान कुल 24 नकली नोट बरामद हुए। इन नकली नोटों में 50 के 6, 100 के 14 नोट और 2000 के 4 नोट शामिल हैं। 24 नकली नोट मिलने से बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों में हड़कंप बच गया। जिसके बाद रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारियों ने तत्काल ही इस मामले की रिपोर्ट तैयार करके पुलिस को सौंपी और साथ ही महानगर थाने में तहरीर देते हुए शिकायत दर्ज कराई।
Also Read – Yeh Rishta Kya Kehlata Hai: अभिरा जाएगी जेल, इस शख्स की हत्या का लगेगा आरोप
पुलिस ने BNS की धाराओं में दर्ज किया केस
सामने आई रिपोर्ट के अनुसार, महानगर थाने में ये मामला भारतीय न्याय संहिता (BNS) 2023 की धारा 178 से 182 के तहत दर्ज किया गया है। (Lucknow News) ये धाराएं जाली दस्तावेज़ और नकली करेंसी से जुड़े अपराधों पर सख्त सजा का प्रावधान रखती हैं। RBI से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि अगर जांच आगे बढ़ती है तो इन नोटों को फॉरेंसिक जांच के लिए नोट प्रिंटिंग प्रेस या संबंधित लैब में भी भेजा जाएगा। फिलहाल महानगर थाने की पुलिस टीम ने नकली नोटों के स्रोत की पड़ताल शुरू कर दी है। अधिकारियों का मानना है कि संभवतः किसी संगठित गिरोह ने यह जाली करेंसी सिस्टम में डाली होगी। जांच इस बात पर भी केंद्रित है कि नोट बैंकों तक कैसे पहुंचे और किन चैनलों के जरिए उन्हें मिलाया गया। यह मामला बैंकिंग सिस्टम की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करता है, क्योंकि नकली करेंसी के चलते आर्थिक अपराध का खतरा बढ़ जाता है।