
Sonam Raghuvanshi: सोनम ने दी थी रेनकोट और पैसे, आकाश राजपूत लालच में बना साजिश का हिस्सा
Sonam Raghuvanshi: हाई प्रोफाइल राजा रघुवंशी हत्याकांड में एक के बाद एक चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। अब इस मामले में ललितपुर निवासी आकाश राजपूत की भूमिका को लेकर बड़ा खुलासा सामने आया है। पुलिस की छानबीन में यह स्पष्ट हुआ है कि आकाश पैसों के लालच में इस हत्याकांड में शामिल हुआ था।
पैसे और रेनकोट से जोड़ी गई कड़ियां
शिलांग पुलिस की जांच में यह सामने आया है कि हत्याकांड के लिए चार लाख रुपये की सुपारी दी गई थी, जिसमें से आकाश को पचास हजार रुपये दिए गए थे। जांच में यह भी पाया गया कि राजा रघुवंशी का शव जिस स्थान पर बरामद हुआ था, वहां लगे सीसीटीवी कैमरों में आकाश अपने साथियों के साथ दिखाई दिया। पुलिस को मौके से बरामद हुआ रेनकोट भी आकाश का निकला, जिसे उसे सोनम ने दिया था।
पुलिस के अनुसार, आकाश को मौके पर निगरानी रखने का काम सौंपा गया था और वह एक दूसरी स्कूटी से वहां मौजूद था। सोमवार की रात ललितपुर के चौकी गांव से शिलांग पुलिस ने आकाश को हिरासत में लिया और उससे लंबी पूछताछ की। पूछताछ के दौरान उसने सोनम के बारे में जानने से इनकार कर दिया, हालांकि पुलिस ने उसके घर की तलाशी भी ली, लेकिन कोई खास सुराग नहीं मिला।
आकाश की दादी का बयान: “गलत हो तो गोली मार दो”
आकाश की गिरफ्तारी के बाद उसकी दादी भरत रानी ने भावुक होकर कहा, “चाहे लड़का हो या लड़की, गलत हो तो गोली मार दो, लेकिन मेरा बच्चा गलत नहीं है, उसे फंसाया गया है।” गांव के लोगों ने भी आकाश को शांत स्वभाव का बताया।
पांच महीने पुराना था सोनम और राज का प्रेम संबंध
इस हत्याकांड की जड़ें एक प्रेम कहानी से जुड़ी हैं, जो बाद में एक खौफनाक साजिश में बदल गई। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, सोनम और राज के बीच पिछले पांच महीने से प्रेम संबंध चल रहा था। राज ने पूछताछ में स्वीकार किया कि सोनम उसके साथ शादी करना चाहती थी, लेकिन उसके पिता हार्ट पेशेंट थे और समाज में शादी करना चाहते थे। इसी कारण सोनम ने राजा से शादी के लिए हामी भर दी।
“जब मैं विधवा हो जाऊंगी, तब मुझसे शादी कर लेना”
पूछताछ में राज ने बताया कि सोनम ने उससे कहा था, “जब मैं विधवा हो जाऊंगी, तब मुझसे शादी कर लेना।” इस योजना के तहत सोनम ने राजा से शादी की और अपने परिवार में घुल-मिल गई, ताकि किसी को उस पर शक न हो।
16 मई को सुपर कॉरिडोर स्थित एक कैफे में हत्या की योजना बनी। सोनम ने फोन पर छह घंटे तक आरोपियों को पूरी योजना समझाई। राज ने अपने दोस्तों—विशाल चौहान, आकाश राजपूत और आनंद कुर्मी—को साथ लिया और हत्या से पहले उन्हें 50 हजार रुपये, एक कीपैड फोन, एक एंड्रॉइड मोबाइल और एक नई सिम दिलाई। ये सामान बाद में सोनम को दे दिया गया, जिससे वह शिलांग में आरोपियों से संपर्क में बनी रही।
हत्या का दिन: व्रत, फोटोशूट और सुनसान पहाड़ी
23 मई को सोनम ने अपरा एकादशी का व्रत रखा और अपनी सास को भी इसकी जानकारी दी। इसी दिन दोपहर करीब 1:30 बजे राजा की हत्या की गई। पुलिस के अनुसार, सोनम ने राजा को फोटोशूट के बहाने सुनसान पहाड़ी पर बुलाया। वहां उसके प्रेमी राज के कहने पर तीन आरोपी पहले से मौजूद थे।
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि पहाड़ी चढ़ना और पीछा करना काफी थकाऊ था, इसलिए वे हिम्मत हारने लगे थे। तब सोनम ने उन्हें लालच दिया कि वह उन्हें 20 लाख रुपये देगी। इसके बाद सभी ने मिलकर राजा की हत्या कर दी।
सोनम ने राजा के पर्स से निकाले पैसे
हत्या से ठीक पहले सोनम ने आरोपियों को 15 हजार रुपये दिए थे, जो उसने राजा के पर्स से ही निकाले थे। जब आरोपियों ने नाराजगी जताई कि पूरी रकम नहीं मिली तो सोनम ने कहा कि जल्द ही बाकी रकम मिल जाएगी। हत्या के बाद आरोपी राजा और सोनम की एक्टिवा बाइक को करीब 25 किलोमीटर दूर छोड़कर आए और सोनम ने अपने मोबाइल फोन को तोड़कर फेंक दिया।
हत्या के बाद का नाटक
राज, जो इस पूरी योजना का मास्टरमाइंड था, शिलांग नहीं गया लेकिन लगातार फोन पर तीनों आरोपियों को निर्देश देता रहा। इतना ही नहीं, वह इंदौर में राजा के अंतिम संस्कार में भी शामिल हुआ, ताकि उस पर किसी को शक न हो. राजा की हत्या जिस ‘डाव’ (छोटी कुल्हाड़ी) से की गई, वह ऑनलाइन गुवाहाटी से खरीदी गई थी। इससे यह भी साफ होता है कि इस पूरी साजिश को बड़ी ही बारीकी से अंजाम दिया गया था।