
UP News: मुंडेरवा थाना क्षेत्र में दबंगों ने पुलिसकर्मियों पर किया जानलेवा हमला, एक सिपाही घायल
UP News: जिले में अपराध का ग्राफ थमने का नाम नहीं ले रहा है। हत्या, मारपीट और अज्ञात शव मिलने की घटनाओं के बीच अब पुलिसकर्मी खुद भी सुरक्षित नहीं हैं। ताजा मामला बस्ती जिले के मुंडेरवा थाना क्षेत्र के एकम गांव का है, जहां कुछ दबंगों ने पुलिसकर्मियों पर जानलेवा हमला कर दिया। इस घटना में एक सिपाही गंभीर रूप से घायल हो गया।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के मुताबिक, एकम गांव में एक मोबाइल की दुकान पर कुछ युवक आए और दुकान से मोबाइल लेकर चले गए। दुकानदार ने जब पैसे की मांग की तो उन्होंने बहाना बनाते हुए टालमटोल किया। इसके बाद दुकानदार ने आपातकालीन सेवा नंबर 112 पर फोन कर पुलिस को सूचना दी।
सूचना मिलते ही पुलिस की 112 नंबर की टीम मौके पर पहुंची और आरोपियों की पहचान कर उनके घर पूछताछ के लिए गई। तभी अचानक दबंगों ने पुलिस टीम पर हमला बोल दिया। पुलिसकर्मियों की वर्दी फाड़ दी गई, उनके साथ हाथापाई की गई और जानलेवा हमला भी किया गया। इस दौरान एक सिपाही गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे जान बचाने के लिए एक स्थानीय घर में शरण लेनी पड़ी।
पुलिस का पक्ष
घटना की पुष्टि करते हुए सीओ रुधौली ने बताया कि “घटना की जांच की जा रही है। आरोपियों ने न केवल पुलिसकर्मियों को चोट पहुंचाई है, बल्कि सरकारी कार्य में बाधा भी डाली है। यह पूरी तरह से कानून व्यवस्था की अवहेलना है। आरोपियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।”
बिगड़ती कानून व्यवस्था पर उठ रहे सवाल
यह घटना केवल एक isolated केस नहीं है। बस्ती जिले में पिछले कई दिनों से लगातार हत्या, मारपीट और लाश मिलने की घटनाएं सामने आ रही हैं। इससे पूरे जिले में दहशत का माहौल है। पुलिस की मौजूदगी के बावजूद इस तरह के अपराधों का लगातार बढ़ना प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर रहा है।
इस मामले के सामने आने के बाद एक बार फिर यह सवाल उठ खड़ा हुआ है कि जब पुलिसकर्मी खुद सुरक्षित नहीं हैं, तो आम जनता की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जाएगी? जिले के पुलिस अधीक्षक अभिनंदन पर भी सवाल उठ रहे हैं कि क्या वे जिले की कानून व्यवस्था को नियंत्रित कर पाने में सक्षम हैं या नहीं।
निष्कर्ष नहीं, लेकिन हालात चिंताजनक
बस्ती जैसे संवेदनशील जिले में इस तरह की घटनाएं केवल आम जनता ही नहीं, बल्कि पूरे पुलिस महकमे के लिए भी चिंता का विषय बन चुकी हैं। पुलिसकर्मियों पर हमला और वर्दी फाड़ने जैसी घटनाएं कानून व्यवस्था की गंभीर स्थिति को उजागर कर रही हैं।